इस पर्व पर वास्तु शास्त्र के अनुसार रंगोली बनाने से होगा विशेष लाभ।
Diwali 2022
वास्तु शास्त्र के अनुसार रंगोली
रंगोली शब्द दो शब्दों ‘रंग’ और ‘अवल्ली’ के मेल से बना है जिसका अर्थ है- रंगों की पंक्ति। त्योहार में दीया बनाने की प्राचीन कला को विशेष महत्व दिया गया है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार रंगोली
घर के अंदर और बाहर कई तरह की रंगोली बनाई जाती है, लेकिन दिवाली पर कमल की डिजाइन वाली रंगोली बनाना बहुत शुभ माना जाता है।
धार्मिक मान्यता के अनुसार दिवाली पर कमल की रंगोली बनाने से देवी लक्ष्मी जल्दी प्रसन्न होती हैं, कमल को लक्ष्मी का आसन माना जाता है।
वास्तु शास्त्र के अनुसार रंगोली
वास्तु के अनुसार दिवाली के दिन घर के मुख्य द्वार पर रंगोली बनानी चाहिए। इस स्थान पर रंगोली बनाने के लिए लाल, पीले, हरे, गुलाबी, नारंगी रंगों
का विशेष रूप से प्रयोग करना चाहिए। ऐसा माना जाता है कि इन रंगों के इस्तेमाल से सकारात्मक ऊर्जा बढ़ती है। वास्तु के अनुसार रंगोली में काले रंग का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
वास्तु शास्त्र के अनुसार रंगोली
रंगोली बनाते समय, आपकी उंगली और अंगूठा एक साथ मिलकर ज्ञानमुद्रा (प्राणायाम मुद्रा) बनाते हैं।
माना जाता है कि ये उंगली आसन आपके मस्तिष्क को अधिक ऊर्जावान और सक्रिय बनाने के साथ-साथ आपकी बौद्धिक शक्ति को भी बढ़ाते हैं।
वास्तु शास्त्र के अनुसार रंगोली
गोली बनाते समय आटा, चावल, हल्दी, कुमकुम, फूल, पत्ते का उपयोग करना भी बहुत शुभ माना जाता है।
आप चाहें तो दिवाली के दिन चावल को अलग-अलग रंगों में रंग कर रंगोली बनाने के लिए भी इस्तेमाल कर सकते हैं।