वर्तमान समय में हॉस्पिटल हमारे जीवन का एक जरूरी हिस्सा बन गया है, जैसा कि हमें कोई भी स्वास्थ संबंधी समस्या होने पर उससे छुटकारा पाने के लिए हमें हॉस्पिटल की जरूरत होती है। पिछले दो सालों में हॉस्पिटल एक आवश्यक अंग बन गया है।
कोरोना जैसी महामारी से निपटने के लिए हॉस्पिटल की कितनी जरूरत पड़ी, इससे कोई भी अंजान नहीं है। भारत के प्रमुख हॉस्पिटल की जानकारी के साथ आज हम आपको भारत में कितने हॉस्पिटल हैं की जानकारी देने वाले हैं, जिसके बारे में काफी कम लोग जानते हैं।
आज के समय में हॉस्पिटल के महत्व से हम सभी परिचित हैं। हॉस्पिटल एक ऐसी जगह है, जहां छोटी से लेकर गंभीर बिमारियों को दूर किया जाता है। यहां चिकित्सा के लिए डॉक्टर, इलाज के कई उपकरण व सुविधाएं व दवाइयां उपलब्ध रहती है।
हम सभी लोग कभी ना कभी अस्पताल अवश्य ही गए ही होंगे। इसी उद्देश्य से विश्व के हर देशों में अधिक से अधिक हॉस्पिटल बनाया जा रहा है, ताकि किसी भी मरीज को लाइलाज ना होना पड़े। आज हमारे देश में ही शहरों के साथ- साथ सरकार हर गांव में एक अच्छा अस्पताल बना रही है जिससे निचले स्तर तक इलाज की सारी सुविधाएं प्रदान की जा सके।
हॉस्पिटल की इतनी महत्वता को देखते हुए न केवल सरकार बल्कि देश के नामचीन सज्जन व्यक्ति तथा दानी उद्योगपति भी इस क्षेत्र में अपना योगदान दे रहे हैं। आज देश में ऐसे बड़े-बड़े हॉस्पिटल हैं जहां विशिष्ट रोगों तथा भयंकर बीमारियों से भी पीड़ितों को छुटकारा मिल रहा है।
अगर बात करें भारत के टॉप हॉस्पिटल की भारत में बहुत से ऐसे प्रमुख हॉस्पिटल है जहां हाई क्वालिटी के इलाज दिए जाते हैं। तो आइए जानते हैं भारत के प्रमुख हॉस्पिटल के बारे में जो भारत के अलग-अलग राज्यों में स्थित है :-
पंजाब मेंटल हॉस्पिटल पंजाब के अमृतसर में स्थित है, जहां मानसिक रोगों रोगों से पीड़ित व्यक्तियों का इलाज किया जाता है। इसके अलावा पंजाब में पंजाब डेंटल हॉस्पिटल भी है जहां केवल दांत रोग से संबंधित समस्याओं का इलाज किया जाता है।
मध्य प्रदेश राज्य के इंदौर जिले में संक्रामक रोगों से पीड़ित व्यक्तियों का निजात दिलाने के लिए इन्फ़ेक्शस डिज़ीज़ेज़ हास्पिटल है। इसके साथ ही वहां रोगियों की देखभाल तथा उपचार के लिए कल्याणमल नर्सिंग होम की एक विशिष्ट संस्था भी है। इसके अलावा यहां पर कुष्ठ रोगियों हेतु लेपर असाइलम, मेंटल हॉस्पिटल तथा क्षय रोगियों के इलाज व देखभाल के लिए टीवी क्लीनिक एवं टीवी सैनाटोरियम की संस्था भी मौजूद है।
उत्तर प्रदेश राज्य के इलाहाबाद नामा जिले में मातृत्व संबंधी एक हॉस्पिटल कमला नेह डिग्री हॉस्पिटल है।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में भी कुष्ठ रोगों से पीड़ित मरीजों का इलाज किया जाता है। इसके इलाज के लिए यहां एक विशिष्ट हॉस्पिटल लेपर असाइलम भी स्थापित किया गया है, जो उज्जैन का सर्वोत्तम कुष्ठ रोगी हॉस्पिटल माना जाता है।
उड़ीसा के कटक में कठिन रोगों की परीक्षा एवं चिकित्सा संस्थान के लिए सर्वश्रेष्ठ कॉलेज स्थापित किया गया है। दरअसल ए.सी.बी मेडिकल कॉलेज हॉस्पिटल संस्थान का उद्देश्य विशिष्ट प्रकार के भयंकर रोगों का परीक्षण कर उनका इलाज ढूंढना है।
पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक से एक अच्छे हॉस्पिटल मौजूद है। जहां पर अच्छे से अच्छे स्वास्थ सुविधाएं प्रदान की जाती है। इसके साथ ही कोलकाता में कोलकाता मेडिकल स्कूल और हॉस्पिटल, कारमाइकल हॉस्पिटल फॉर डीजीजेज, ऑल अल्बर्ट विक्टर लेपर हास्पिटल जैसे बड़े हॉस्पिटल विभिन्न विभिन्न रोगों के लिए हैं।
केरल का कालीकट में स्थित गवर्नमेंट विमेन ऐंड चिल्ड्रेंस हास्पिटल बहुत ही चर्चित है। इसकी प्रसिद्धि का सबसे बड़ा कारण यह है कि यहां पर मुख्य रूप से बच्चों तथा महिलाओं से संबंधित रोगों का इलाज किया जाता है।
पंजाब के चंडीगढ़ का पाँचस्ट ग्रैजुएट रिसर्च सेंटर तथा अस्पताल यहां बहुत ही प्रसिद्ध है। इस हॉस्पिटल में खास तौर पर असाध्य रोगों, जीर्ण रोग एवं आंख संबंधी परेशानियों को दूर करने का एक विशेष प्रबंधक है।
मातृत्व संबंधी एक विशेष हॉस्पिटल केरल में बनाया गया है। बता दें कि केरल के त्रिचूर में यह एडवर्ड मेमोरियल मैटर्निटी हास्पिटल है, जिसे बेस्ट मातृत्व हॉस्पिटल के तौर पर जाना जाता है। मातृत्व संबंधी किसी भी समस्या होने पर यहां पर विशेष इलाज किया जाता है। इसके अलावा केरल के त्रिवेंद्रम में विमेन एंड चिल्ड्रंस हॉस्पिटल भी है जहां पर महिलाओं व बालकों के बीमारियों का इलाज किया जाता है।
दिल्ली भारत की राजधानी है, जहां पर बहुत सारे प्रमुख- प्रमुख हॉस्पिटल है। यहां पर संक्रामक रोगों के लिए इन्फेक्शस डिज़ीज़ेज़ हास्पिटल, सभी प्रकार के रोगों के लिए इरविन हॉस्पिटल एवं विभिन्न रोगों का अध्ययन करने एवं इलाज के लिए लेडी हार्डिंग मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल जैसे सर्वोत्तम हॉस्पिटल उपलब्ध है। इसके अलावा ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज भी है।
भारत में कितने हॉस्पिटल हैं का यह प्रश्न आपके मन में अभी भी उठ रहा होगा, तो सबसे पहले आपको बता दें कि भारत में कुल अस्पतालों की संख्या को मार्च 2011 की जनगणना के अनुसार देखा जाता है। इस जनगणना के मुताबिक देखा गया कि भारत में कुल 11,933 हॉस्पिटल हैं।
इन अस्पतालों में 7.84 लाख मरीजों के लिए बिस्तर की मौजूदगी दर्ज कराई गई है। अब बात करें शहरी एवं ग्रामीण इलाकों में अस्पतालों की संख्या की तो बता दें शहरी क्षेत्रों में 4,146 अस्पतालों की संख्या दर्ज की गई है, जहां 6.18 लाख बिस्तर उपलब्ध करवाए गए। वहीं दूसरी ओर ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार द्वारा 1.60 लाख बिस्तर उपलब्ध करवाए गए।
भारत में कितने हॉस्पिटल हैं के बारे में तो आपने जाना, अब हम बात करने वाले हैं भारत में सार्वजनिक और निजी क्षेत्र के अस्पतालों के बारे में, जिसकी जानकारी आपके लिए अवश्य फायदेमंद होगी। यदि आप सार्वजनिक एवं निजी अस्पतालों के बारे में नहीं जानते तो बता दें कि सार्वजनिक और निजी अस्पताल में सबसे बड़ा अंतर स्वामित्व का होता है।
भारत में कितने हॉस्पिटल हैं के अंतर्गत आने वाली जानकारी में भारत में मौजूद सार्वजनिक एवं निजी अस्पतालों का एक अलग ही महत्व है, जिसके बेसिस पर स्वास्थ्य व्यवस्था को नियंत्रित करने के साथ-साथ इसकी संख्या का भी पता लगाया जाता है। आइए जानते हैं सार्वजनिक और निजी अस्पताल के बारे में, जिसके बाद हम देंगे भारत में सार्वजनिक और निजी अस्पतालों की संख्या से संबंधित कुछ जानकारी।
सार्वजनिक अस्पताल सरकार के देखरेख एवं धन से चलता है। सार्वजनिक या सरकारी अस्पतालों में चिकित्सा से संबंधित सभी प्रकार की जिम्मेदारियां जैसे डॉक्टर्स की सैलरी और दवाइयों के खर्च, अस्पतालों की मरम्मत एवं उसके निर्माण आदि से संबंधित खर्चे सरकार द्वारा उठाए जाते हैं।
यहां रोगियों की भीड़ अधिक होती है क्योंकि यहां इलाज मुफ्त में किया जाता है। सार्वजनिक अस्पतालों में बहुत अच्छे सुविधाएं नहीं होती हैं, जिससे काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है लेकिन गरीबों के लिए यह काफी सहायक भी होता है।
निजी अस्पताल किसी एक व्यक्ति या कई व्यक्तियों के समूह द्वारा चलाया जाता है। इस कारण स्वाभाविक है कि किसी भी निजी अस्पताल में ट्रीटमेंट की फीस सर्वजनिक या सरकारी अस्पताल की तुलना में अधिक होगी। यहां मरीजों का ट्रीटमेंट काफी अच्छी तरह से होता है।
इसका कारण यह है कि निजी अस्पताल एक व्यवसाय की भांति होता है, जिसका उद्देश्य कमाई करना भी है। निजी अस्पतालों में सभी प्रकार के सुख सुविधाएं मौजूद होती हैं, जिससे अधिक परेशानी नहीं होती और यहां रहने की भी अच्छी सुविधा दी जाती है।
भारत में कितने हॉस्पिटल हैं की जानकारी के अंतर्गत अब एक नई जानकारी शामिल हो गई है कि भारत में सार्वजनिक और निजी अस्पताल कितने हैं, तो जानकारी के लिए बता दें कि 2019 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में कुल 69 हजार ऐसे सार्वजनिक और निजी अस्पताल रहे, जिनकी सबसे ज्यादा उपस्थिति मुख्य रूप से उत्तर प्रदेश में रही।
जैसा कि सभी क्षेत्रों में देखा जाता है सार्वजनिक अस्पतालों की तुलना में निजी अस्पतालों की संख्या अधिक रहे हैं और 2019 के आंकड़ों के मुताबिक भी यही पाया गया। इन आंकड़ों को राज्य सरकार ने साल 2019 में सार्वजनिक और निजी अस्पतालों की गणना कर अनुमानित संख्या के रूप में बताया है।
AIIMS का पूरा नाम अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान है। भारत के सार्वजनिक आयुर्विज्ञान महाविद्यालयों का समूह AIIMS कहलाता है। भारत के नई दिल्ली में सबसे पुराना AIIMS संस्थान मौजूद है, जिस की आधारशिला 1953 ईस्वी में रखी गई थी लेकिन 1956 में संसद के एक अधिनियम के माध्यम से एक स्वायत्त संस्थान के रूप में सृजित किया गया।
भारत में कितने हॉस्पिटल हैं की बात की जाए तो इसमें एम्स अस्पतालों का भी शामिल होना जायज है। भारत में वर्तमान समय में कुल AIIMS अस्पतालों की संख्या 11 है जबकि इनकी संख्या पहले केवल 7 थी। भारत में सरकार ने AIIMS अस्पतालों को बनाने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए हैं और आगे भी यह प्रक्रिया जारी है।
बता दें कि भारत सरकार ने भारत के विभिन्न भागों में 14 AIIMS संस्थानों को खोलने अथवा उनके निर्माण की आधारशिला रखी है। इसका उद्देश्य यह है कि दूर-दूर से आने वाले लोगों को उसके सुविधा प्राप्त हो सके। भारत में कितने हॉस्पिटल हैं जानकारी देने के साथ-साथ बताते चलें कि भारत में एम्स अस्पतालों की जानकारी आपके लिए महत्वपूर्ण होगी।
इनके अलावा कई ऐसे राज्य भी हैं जहां एम्स अस्पताल खोलने के बारे में सरकार ने योजना बनाया है। बता दें कि उत्तर प्रदेश के गोरखपुर, असम के छंगसारी, आंध्र प्रदेश के मंगलगिरी, पश्चिम बंगाल के कल्याणी, तमिलनाडु के मदुरै, महाराष्ट्र के नागपुर, पंजाब के भटिंडा में भी AIIMS अस्पताल खोले जाएंगे।
इतना ही नहीं सरकार ने बिहार के दरभंगा, झारखंड के देवघर, गुजरात के राजकोट, जम्मू और कश्मीर के विजयपुर और अवन्तिपुरा, झारखंड के देवघर एवं हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में भी एम्स अस्पताल खोलने की बात कही है।
Ans: मार्च 2011 के जनगणना के अनुसार भारत में कुल 11,933 अस्पताल हैं।
Ans: उत्तर : भारत में सबसे अच्छे अस्पतालों के नाम JIPMER (पुडुचेरी), लीलावती हॉस्पिटल (मुंबई), नारायण हृदयालय (बेंगलुरु), मेदांता, टाटा मेमोरियल अस्पताल (मुंबई) आदि है।
Ans: भारत में पहला एम्स अस्पताल 8 फरवरी 1956 ईसवी में बना, जो Cardiothoracic and Neurosciences Centre AIIMS था।
Ans: वर्तमान समय की बात करें तो भारत में सबसे बड़ा हॉस्पिटल AIIMS Hospital, Delhi है लेकिन पटना में Patna Medical College and Hospital (PMCH) का पुनर्निर्माण भारत के सबसे बड़े हॉस्पिटल के रूप में किया जाने वाला है।
Ans: 2019 के आंकड़ों के मुताबिक भारत में कुल 69 हजार सार्वजनिक और निजी अस्पताल हैं।
भारत में कितने हॉस्पिटल हैं की जानकारी तो आप प्राप्त कर चुके हैं, साथ ही इस आर्टिकल में हमने कई ऐसे महत्वपूर्ण विषयों की भी चर्चा की है, जिससे रूबरू होना आपके लिए फायदेमंद रहा होगा।
आज के समय में हम सभी जानते हैं कि किसी भी देश में स्वास्थ्य व्यवस्था को उच्च शिखर पर पहुंचाने के लिए अस्पतालों की आवश्यकता होती है, ठीक उसी प्रकार भारत में भले ही आज बहुत अधिक अस्पताल नहीं है लेकिन इसके बावजूद सरकार इस क्षेत्र में कदम बढ़ा रही है और इस क्षेत्र में पहले से बहुत अधिक वृद्धि भी देखी गई है।
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