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प्रधानमंत्री आवास योजना क्या हैं? तो बता दे कि प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) एक प्रकार का सरकारी होम लोन
योजना है जिसे केंद्र सरकार द्वारा जून 2015 में सस्ते घर प्रदान करने के उद्देश्य से लागू किया गया था।
इस योजना का उद्देश्य 31 मार्च 2022 तक योग्य परिवारों को शौचालय की सुविधा पानी का कनेक्शन एवं 24 घंटे की बिजली की पूर्ति के साथ साथ दो करोड़ से भी अधिक सस्ते घर भी प्रदान किए जाएंगे।
यदि आप सभी को यह नहीं पता है कि प्रधानमंत्री प्रधानमंत्री आवास योजना क्या हैं? इसके कितने प्रकार है इसकी क्या विशेषताएं हैं एवं इस से क्या-क्या लाभ हम उठा सकते हैं तो आप सही जगह पर आए हैं।
आज हम प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित सभी तरह की जानकारी आप तक पहुंचाएंगे। तो चलिए जानते हैं प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) क्या हैं?
प्रधानमंत्री आवास योजना क्या हैं?
Pradhanmantri Awas Yojana kya hai? की बात करें तो हम बता दें कि प्रधानमंत्री आवास योजना केंद्र सरकार द्वारा लागू किया गया एक योजना है जिसके जरिए लोगों को आवाज की प्राप्ति हो सकती है।
PMAY योजना का लाभ पहले केवल गरीब वर्ग के लोगों को ही मिल पाता था परंतु अब होम लोन की रकम बढ़ाकर यह शहरी इलाकों के मध्यम वर्गीय एवं गरीब लोगों के लिए भी उपलब्ध कराई गई है।
पीएमएवाई योजना में होम लोन की रकम शुरुआती प्रावधानों के मुताबिक 3000 से 60,0000 रूपए तक थी। इस पर पीएमएवाई के तहत गैस पर सब्सिडी भी दिया जाता था। परंतु अब इस रकम को बढ़ाकर 18 लाखों रुपया तक कर दिया गया है।
प्रधानमंत्री आवास योजना के प्रकार (Types of Pradhanmantri Awas Yojana 2021)
प्रधानमंत्री आवास योजना को मुख्य रूप से हम दो भागों में बांट सकते हैं जैसे-
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प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना (PMAY-G)
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प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना (PMAY-U)
1) प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना(PMAY-G)
इस प्रधानमंत्री ग्रामीण आवास योजना का उद्देश्य ग्रामीण इलाको में गरीबों की आवास की आवश्यकता को पूरा करना है। इस योजना का उद्देश्य शहरों को छोड़कर भारत के ग्रामीण क्षेत्रों में जो लोग कच्चे घरों में रहते हैं।
उनके परिवार को एवं उन्हें बुनियादी सुविधाओं जैसे स्वच्छता पानी की सुविधा बिजली की आपूर्ति के साथ-साथ पक्के मकान एवं आर्थिक सहायता भी उपलब्ध कराना है।
2) प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना (PMAY-U)
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना का उद्देश्य शहर में मध्यम वर्गीय एवं गरीबों को आवाश की सुविधा उपलब्ध करवाना है। इस योजना के तहत लगभग 4331 कस्बे एवं शहर चुने गए हैं एवं यह योजना तीन चरणों में प्रगति की दिशा में काम करती है जैसे
Step 1: प्रथम चरण में एक अप्रैल 2015 से मार्च 2017 ठाकुर चुनिंदा केंद्र शासित प्रदेशों में लगभग 100 शहरों को शामिल करना है।
Step 2: दूसरे चरण में अप्रैल 2017 से मार्च 2019 तक लगभग 200 और शहरों को शामिल करता है।
Step 3: तीसरे चरण में अप्रैल 2019 से मार्च 2022 तक शेष बचे हुए सभी शहरों को शामिल किया गया।
राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों से संसाधन समर्थित मांग होने पर पहले चरण में आवास और शहरी गरीबी उन्मूलन मंत्रालय में और भी अतिरिक्त शहरों को शामिल किया गया है।
प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत शहरी क्षेत्रों में हाउसिंग फॉर ऑल के उद्देश्य को पूरा करने में सफलता प्राप्त कर रहा है। 2022 की समय सीमा वाली इस योजना को अब तक लगभग 88 लाख से भी अधिक घरों की मंजूरी दी जा चुकी है।
और लगभग 2.99 लाख घरों को 10 राज्यों के 865 प्रस्तावों के तहत मंजूरी दी जा चुकी है। नए प्रस्तावों को मंजूरी देने के साथ ही एम एम वाई यू के तहत 1.12 करोड़ की वेद घरों की मंजूरी की मांग के मुकाबले 88.16 लाख है।
प्रधानमंत्री आवास योजना से मिलने वाले लाभ (Benefits of PMAY)
प्रधानमंत्री आवास योजना की कई सारी विशेषताएं हैं जो निम्नलिखित है-
- जोगी पुनर्वास के लिए केंद्र सरकार द्वारा ₹100000 की सब्सिडी प्रति घर के लिए दी जा रही है।
- पार्टनरशिप एवं लाभार्थी के नेतृत्व वाले व्यक्तिगत घर विस्तार में 1.5 लख रूपीस किफायती आवास की हर यूनिट के लिए केंद्रीय सहायता दी जा रही है।
- 6.5 प्रतिशत की ब्याज सब्सिडी हाउस लोन पर दी जा रही है।
- होम लोन पर दी जा रही है ब्याज सब्सिडी अधिक से अधिक 20 वर्षों के लोन आवेदक के द्वारा लिए जा रहे लोन की अवधि पर ही लागू होती है।
- यह लोन महिलाओं को घर के मालिक या सह आवेदक बनाने के लिए प्रोत्साहित भी करती है।
- इस योजना के द्वारा वरिष्ठ नागरिकों एवं विकलांगों को ग्राउंड फ्लोर अनिवार्य किया गया है।
- घर के निर्माण के लिए पर्यावरण के अनुकूल एवं टिकाऊ मटेरियल का ही इस्तेमाल करना आवश्यक है।
- नेशनल बिल्डिंग कोड या राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के दिशा निर्देशों के अनुसार ही घर या फ्लैट की क्वालिटी बननी चाहिए।
- घर निर्माण करने से पहले इस योजना के तहत घर की डिजाइन पर स्वीकृति अनिवार्य होनी चाहिए।
- इसके अलावा घर निर्माण करने के लिए प्रॉपर्टी के मूल्य एवं लोन राशि की कोई सीमा नहीं होती है।
PMAY सब्सिडी से लाभ कैसे प्राप्त करें?
प्रधानमंत्री आवास योजना से लोन प्राप्त करने के लिए होम लोन वाले संस्थान से सब्सिडी के बारे में जानकारी लें।
- यदि आप इस लोन के लिए योग्य है तो सबसे पहले सेंट्रल नोडल एजेंसी को आपका एक आवेदन भेजा जाएगा।
- यदि एजेंसी से मंजूरी मिल जाए तो एजेंसी सब्सिडी की रकम लोल देने वाले बैंक को देगी।
- बैंक द्वारा दी गई है लोन आपके अकाउंट में आ जाएगी।
- यदि किसी व्यक्ति की सालाना आमदनी ₹700000 है तो एवं वह 900000 तक की रकम की लोन लेता है तो उस व्यक्ति की सब्सिडी 2.35 लाख रुपए होगी।
- सब्सिडी को घटाने के बाद लोन की रकम 6.35 लाख रुपया बचेगी जिसकी मासिक किस्त आपको भरनी पड़ेगी।
- यदि लोन की रकम सब्सिडी की योग्यता से अधिक हो जाती है तो अतिरिक्त रकम पर आपको सामान्य दर से ही ब्याज चुकाना पड़ सकता है।
- सालाना आमदनी के हिसाब से ब्याज पर सब्सिडी की रकम लोन लेने की स्थिति में सब्सिडी नौ फिसदी के डिस्काउंट रेट पर कैलकुलेट की जाती है।
- किसी भी लोन के सब्सिडी के एनपीवी की गणना करने के लिए आपको लोन के लिए चुकाई जाने वाली प्रत्येक मासिक किस्त पर एवं उसकी ब्याज की रकम पर ध्यान देना आवश्यक है।
- पीएमएवाई के तहत दी जाने वाली सब्सिडी की रकम से आपके द्वारा लेने वाली लोन की रकम घट जाती है। जिस वजह से आप पर लिए हुए लोन के ब्याज का बोझ कम हो जाता है।
पीएमएवाई में बरती जाने वाली सावधानियां क्या है? (What are the precautions to be taken in PMAY?)
- वास्तविक तौर पर होम लोन पर ब्याज दर 9 से ज्यादा या कम भी हो सकती है।
- MCLRआधारित होम लोन की दर अभी के समय में 8.5 फिशदी के करीब पहुंच चुकी है।
- होम लोन की दर कम होने से ब्याज दर एवं मासीक किस्त सभी कम हो जाती है।
- पीएमएवाई के तहत आवास का लाभ उठाने के लिए योग्यता संबंधित सभी तरह के मामलों को अच्छे से जांच लेना चाहिए।
- यदि आपकी पत्नी जब पति या फिर बच्चे के नाम से देश में कहीं भी किसी भी तरह का कोई पक्का मकान बना हुआ है तो आपको पीएमएवाई योजना का लाभ नहीं मिल सकता है।
PMAY में EWS, LIG, MIG श्रेणी क्या है?
वह परिवार जिसकी वार्षिक आय ₹300000 से भी कम होती है व आर्थिक रूप से काफी ज्यादा कमजोर श्रेणी में आता है। इसके बाद वे परिवार वाले आते हैं जिनकी सालाना इनकम 300000 से ₹600000 तक होती है।
उन्हें एलआईजी एवं जिन परिवारों की सालाना इनकम 600000 से 1200000 रुपए तक होती है उन्हें एलआई जी यह दोनों एक ही श्रेणी में आते हैं।
इसके बाद भी परिवार आते हैं जिनकी सालाना इनकम 12 से 18 लाख रुपये तक होती है उन परिवार को एमआईसीयू कहते हैं यह दूसरी श्रेणी में आते हैं।
mig1 एवं mig-2 श्रेणी के लोगों को ₹900000 तक के लोन लेने पर 4 फ़ीसदी की एवं 1200000 रुपए तक का लोन लेने पर 3 फ़ीसदी तक की सब्सिडी दी जाती है।
प्रधानमंत्री आवास योजना की जरूरी शर्तें (Essential conditions of Pradhan Mantri Awas Yojana)-
पहली शर्त –
पीएम ए वाई योजना का मुख्य उद्देश्य यह है कि सभी लोगों को रहने के लिए पक्का मकान मिले। इस योजना से संबंधित कुछ ऐसी शर्ते हैं जो काफी जरूरी होती है यह जानना आपके लिए बेहद आवश्यक है।
सबसे पहले तो वे लोग जिनके पास पहले से ही कोई घर मौजूद हो वह इस योजना का लाभ रखते हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना का यह नियम है कि इस योजना का लाभ केवल उन्हीं लोगों को मिलेगा जिनके पास कोई भी पक्का मकान ना हो।
दूसरी शर्त –
प्रधानमंत्री आवास योजना की दूसरी शर्त यह है कि परिवार के किसी भी सदस्य को भारत सरकार द्वारा चलाई गई इस योजना के तहत कोई लाभ ना मिला हो।
तो ही परिवार के किसी सदस्य को सरकारी योजना के तहत आवास का लाभ मिल सकता है। परिवार को छोड़कर दूसरे किसी अन्य सदस्य को प्रधानमंत्री आवास योजना का लाभ नहीं दिया जाएगा।
तीसरी शर्त –
प्रधानमंत्री आवास योजना की तीसरी शर्त यह है कि अविभाजित परिवार के सभी सदस्य का आधार कार्ड का नंबर इस योजना के लिए आवेदन करने के बाद बैंक में देना आवश्यक है।
जिसमें पति पत्नी एवं अविवाहित बेटे और बेटी शामिल होते हैं। बेटे या बेटी की शादी होने के बाद वे इस योजना के लिए अलग से आवेदन कर सकते हैं।
PMAY yojana के आंकड़े –
प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत कितने मकान बनाए गए एवं कितने लोगों को इस योजना का फायदा हुआ है इन सभी बातों की जानकारी सरकार के पास जारी की गई है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगरा से 20 नवंबर 2016 को प्रधानमंत्री आवास योजना की शुरुआत की थी। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत एक करोड़ नए घरों का निर्माण 31 मार्च 2019 तक सुनिश्चित किया गया है।
जिनमें से 5100000 घर 31 मार्च 2018 मैं ही तैयार किए गए थे। इस चुनौती को पूरा करने के उद्देश्य से प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत मार्च 2018 तक 5100000 घर बनाने के लिए ग्रामीण विकास मंत्रालय राज्य सरकारों के साथ मिलकर एक नया कदम आगे बढ़ा रहा है।
इस योजना के लिए एक मासिक लक्ष्य निर्धारित किया गया है ताकि आवाज का सही रूप से निर्माण किया जा सके। प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत कई सारे राज्यों को इसका काफी ज्यादा फायदा मिला है।
जैसे झारखंड छत्तीसगढ़ महाराष्ट्र मध्य प्रदेश राजस्थान उड़ीसा पश्चिम बंगाल उत्तर प्रदेश इत्यादि में प्रधानमंत्री आवास योजना में ग्रामीण लाभार्थियों की संख्या बहुत अधिक है। इन सभी राज्यों के लोगों ने दी गई निर्धारित समय सीमा के अंदर ही आपने आवासों का पूर्ण निर्माण किया है। Read:
प्रधानमंत्री आवास योजना (PMAY) ऑनलाइन आवेदन कैसे करें? Conclusion –
हमने इस पोस्ट में आपको सभी तरह की जानकारी जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना क्या हैं? PMAY kya hai? Benefits of PMAY 2021, process of PMAY form fill up उपलब्ध कराई है।
इस प्रधानमंत्री आवास योजना मुख्य रूप से गरीबों एवं मध्यम वर्गीय लोगों के लिए बनाई गई है ताकि उन्हें निश्चित रूप से पक्के मकान उपलब्ध कराए जा सके।
जिस उद्देश्य से केंद्र सरकार द्वारा यह योजना बनाई गई थी आज यह योजना अपने उद्देश्य को प्राप्त कर रहा है। लोगों ने इस योजना का उपयोग कर अपने परिवार को वाक्य मकान उपलब्ध कराए हैं।
हम आशा करते हैं कि आज की हमारी यह पोस्ट आपको पसंद आयी होगी। यदि इस पोस्ट से संबंधित जानकारी आपको अच्छी लगी हो तो शेयर करें ताकि अधिक से अधिक लोगों तक यह जानकारी पहुंच सके।
एवं वह भी इस योजना का निश्चित रूप से लाभ उठा सके। तो उम्मीद है प्रधानमंत्री आवास योजना क्या हैं? और इस से जुड़े सभी बाते समझ गए होंगे।
प्रधानमंत्री आवास योजना से संबंधित यदि कोई भी सवाल आपके मन में हो तो इसे नीचे हमारे कमेंट बॉक्स पर लिखें हम आपके सवालों के जवाब देने का पूरा पूरा प्रयास करेंगे। धन्यवाद।