Bhuli Bhatiyari Mahal story:भारत देश में ऐसे कई किले मौजूद है जिनका नाम कहते ही लोगों की रुह सिहर जाती है। इन किलों के बारे में कोई पुख्ता सबूत नहीं है परंतु स्थानीय निवासियों की बातों को कोई नजर अंदाज नहीं करता है।
Bhuli Bhatiyari Mahal story in Hindi
ऐसा ही एक किला भारत की राजधानी दिल्ली में स्थित है और यह बहुत डरावना भी है। दिल्ली में आपने हॉन्टेड प्लेस के बारे में तो कई बार सुना होगा जैसे कि भानगढ़ का किला, पुराना किला, अग्रसेन की बावली परंतु क्या आपने दिल्ली में स्थित भूली भटियारी महल (Bhuli Bhatiyari Mehal) के बारे में कभी सुना है?
लोगों का कहना है कि आज भी शाम ढलने के बाद यहां एक रानी की आत्मा घूमती हुई नजर आती है। तो चलिए इस किले के बारे में जानते हैं bhuli bhatiyari Mahal story के बारे में।
Bhuli Bhatiyari Mahal का इतिहास–
दिल्ली में घूमने के लिए बहुत से पर्यटन स्थल हैं जैसे इंडिया गेट, लाल किला, जामा मस्जिद, कुतुबमीनार आदि। इन जगहों पर सभी लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ मस्ती करने जाते हैं परंतु जब बात किसी हांटेड जगह की आती है तो लोग और अधिक उत्सुक हो जाते हैं।
इन्ही कुछ हॉन्टेड प्लेस में एक भूली भटियारी महल (Bhuli Bhatiyari Mehal) भी है जो काफी रोचक है। भूली भटियारी महल की कहानी (bhuli bhatiyari Mahal story) बड़ी रोचक और हैरान कर देने वाली है। इस जगह को लगभग 14 वीं शताब्दी में बनाया गया था।
दिल्ली (Delhi) में यह महल सेंट्रल रिज रिजर्व फॉरेस्ट में मौजूद है। लोगों का कहना है कि सबसे पहले तुगलक शासक इस महल का इस्तेमाल शिकार लॉज के रूप में करते थे जहां पर सही जानवरों को मारकर भी रखा जाता था। परंतु बाद में यह महल पूरी तरह से खंडहर बन गया और लोगों के लिए एक डरावनी जगह। यह महल दिन में भी देखने में डरावनी लगती है इसी वजह से लोग दूर-दूर से यहां आते हैं।
भूली भटियारी महल नाम कैसे पड़ा–
दोस्तों, Bhuli Bhatiyari Mahal history के बारे में तो आपने जाना लेकिन भूली भटियारी महल का नाम सुनने में थोड़ा अजीब और पेचीदा टाइप का लगता है। इसलिए आइए जानते हैं इस महल का नाम भूली भटियारी रखने के पीछे के रहस्य के बारे में। दिल्ली (Delhi) में स्थित इस डरावने किले के बारे में एक और कहानी सुनने को मिलती है।
कहा जाता है कि एक बार एक राजस्थानी कबीले की भूरी नामक महिला इस स्थान पर रास्ता भटक गई थी। यह महिला भटियारी जनजाति की थी। रास्ता भटक जाने के कारण उस महिला को यह महल बहुत पसंद आया और वह वहीं रहने लगी।
परंतु कुछ दिनों के बाद इस महिला ने इसी महल में अपना दम तोड़ दिया और इस महिला की आत्मा इस महल में भटकती रहती है इसी वजह से इस महल का नाम भूली भटियारी (Bhuli Bhatiyari) पड़ गया।
भूली भटियारी महल की वास्तुकला–
भूली भटियारी महल की वास्तुकला ठीक इसके इतिहास से जुड़ी हुई है क्योंकि भूली भटियारी महल का इतिहास काफी पुराना है ठीक उसी तरह इसकी वास्तुकला भी उतनी ही पुरानी और शानदार है। दिल्ली की यह इमारत करीबन 700 साल पुरानी है।
यह इमारत इस्लामिक विरासत और दिल्ली सल्तनत का एक छोटा सा नमूना है जो दिल्ली के डरावने पर्यटन स्थल में शामिल है। यदि हमेशा महल की वास्तुकला के बारे में चर्चा करें तो यह महल अरावली के लाल पत्थर से बना है जो कभी तुगलक लोगों का शिकारगाह था। इस किले में प्रवेश करने के लिए दो द्वार है पहले प्रवेश द्वार के लिए ऊंची सीढ़ियां बनी हुई है।
इस महल के दरवाजे पर दिल्ली सल्तनत काल की नक्काशी आज भी देखने को मिलती है। प्रवेश द्वार के दोनों तरफ लोगों के बैठने के लिए आसन बने हुए हैं।
पहले प्रवेश द्वार से अंदर जाने पर एक छोटा सा अहाता एवं इसके अलावा एक मुख्य द्वार दिखाई पड़ता है इससे अंदर जाने पर एक बड़ा सा आंगन मिलता है। इस आंगन के चारों तरफ छोटे छोटे कमरे बने हुए दिखाई देंगे। इन कमरों का इस्तेमाल लोग यहां पर ठहरने के लिए किया करते थे।
उत्तर की ओर इस महल में सीढ़ियां बनी हुई है जिससे होते हुए आप एक चबूतरे की तरफ जाते हैं। इस चबूतरे को देखकर आज भी यह आभास होता है कि यहां पर सुल्तान बैठकर किले में हो रहे उत्सव का आनंद लिया करते थे। किले के चारों तरफ 8 से 10 फीट ऊंची बुर्ज भी बनी हुई है। चूँकि अब यह प्लेस लोगों के लिए एक हांटेड प्लेस बन गया है इसलिए अब यहां कोई भी नहीं रहता है।
भूली भटियारी महल में रात में होने वाली घटनाएं–
लोगों का कहना है कि जैसे ही रात होती है इस महल से अजीबोगरीब आवाज सुनाई पड़ती है इसके अलावा यह महल रात के अंधेरे में और अधिक डरावना हो जाता है। इसी वजह से रात के समय में इस जगह के आसपास भी कोई नहीं जाता है।
यहां पर शाम के 5:00 बजे के बाद जाने की सख्त मनाही है। कहते हैं कि राजा फिरोज तुगलक ने इस किले का निर्माण किया था और इसका उपयोग शिकारगाह के रूप में किया जाता था परंतु उनकी रानी को यह जगह अत्यधिक पसंद थी इसी वजह से यह जगह बाद में रानी के रहने की जगह बना दी गई थी।
कुछ लोगों के अनुसार इस महल में कई भूताहा घटनाएं भी घटित होती है एवं जानवरों की अजीबोगरीब आवाज सुनाई पड़ती है। यह सभी घटनाएं इस जगह को और अधिक डरावना बनाती है।
भूली भटियारी महल की कहानी–
दोस्तों, bhuli bhatiyari Mahal story के बारे में काफी कम लोग जानते हैं। यदि आप नहीं जानते तो बता दें कि एक बार रानी को राजा ने किसी दूसरे इंसान के साथ इश्क करते हुए देखा था। तभी राजा ने रानी को जंगल में कैद कर दिया था और वहीं पर रानी ने अपनी आखिरी सांस ली थी।
भूली भटियारी महल के आसपास के निवासियों का कहना है कि रानी ने राजा से बदला लेने की इच्छा को रखते हुए महल में आत्महत्या की थी। इसी वजह से राजा से बदला लेने के लिए आज भी रानी की आत्मा इस महल में भटक रही है।
यह आत्मा शाम ढलने के बाद लोगों को नजर भी आती है। लोग कहते हैं यदि शाम होने के बाद कोई भी व्यक्ति इस किले के आसपास भी जाता है तो वह रानी के बदले का शिकार बन जाता है।
भूली भटियारी महल के पास अन्य पर्यटन स्थल–
भूली भटियारी महल (Bhuli Bhatiyari Mehal) जाने के लिए सबसे पहले आपको झंडेवालान मेट्रो स्टेशन पहुंचना होगा। आप किसी भी वाहन से आए आपको सबसे पहले झंडेवालान तक आना होगा।
भूली भटियारी महल में आप केवल यह महल ही नहीं देखेंगे बल्कि इसके आसपास कई ऐसे जगह यानी कि पर्यटन स्थल हैं, जो यहां आने वाले पर्यटकों का मन मोह लेती हैं। यह भारत के अन्य जगहों से काफी अलग और बेहद रोमांचक है, जहां आकर पर्यटक काफी एंजॉय करते हैं और यहां के विभिन्न पर्यटन स्थलों का आनंद लेते हैं।
यहां पर आपको हनुमान जी की एक विशाल प्रतिमा देखने को मिलेगी। झंडेवालान के नजदीक हनुमान मंदिर में आप दर्शन कर सकते हैं। हनुमान मंदिर से बाएं जाने पर एक पतले से रास्ते से होते हुए आप भूली भटियारी महल की ओर जाएंगे। इसके बाद इस रास्ते के जरिए आप जैसे ही घने जंगलों में दाखिल होंगे आपको दाहिनी और एक दरगाह देखने को मिलेगा। यह दरगाह बग्गा लिंक के पीछे का हिस्सा है।
भूली भटियारी महल (Bhuli Bhatiyari Mehal) जंगलों के बीच स्थित है इसलिए यहां लोगों की आवाजाही बहुत कम होती है। दिल्ली (Delhi) में ऐसी शांति बहुत कम देखने को मिलती है। इस बात का ध्यान रखें कि यहां पर आप अकेले जाने से बचें क्योंकि यहां कई तरह के असामाजिक अपराधों को अंजाम भी दिया जाता है, जो आपके लिए खतरनाक हो सकता है।
Frequently Asked Questions (FAQ) –
Q: भूली भटियारी महल कैसे जाएं?
Ans: वाहन से – भूली भटियारी जगह कनॉट प्लेस के आसपास है। कनॉट जगह के नजदीक होने से आप 5 मिनट में कनॉट प्लेस से झंडेवालान पहुंच जाएंगे। उसके बाद महल तक गाड़ी आसानी से जा सकती है।
मेट्रो से – यदि आप मेट्रो से भूली भटियारी महल जाना चाहते हैं तो आपको झंडेवालान मेट्रो स्टेशन जाना होगा। यहां से 500 मीटर पैदल चल कर आप मैहर तक पहुंच सकते हैं। आप गूगल मैप की सहायता भी ले सकते हैं।
Q: भूली भटियारी महल के रास्ते में सावधानी के लिए बोर्ड क्यों रखा गया है?
Ans: दिल्ली में मौजूद कोरल बाग के बग्गा लिंक से होते हुए एक रोड गुजरती है जो भूली भटियारी महल (Bhuli Bhatiyari Mehal) की ओर जाती है। यह रोड एक वीरान जंगल से होकर जाती है जहां कोई भी जानवर आने के लिए सौ बार सोचते हैं। यह जगह इतनी डरावनी है कि लोगों को सावधान करने के लिए एक बोर्ड भी यहां लगाया गया है जिसमें यह साफ-साफ लिखा है कि सूर्यास्त के बाद यहां आना मना है।
Q: भूली भटियारी महल के रास्ते पर पुलिस का पहरा क्यों दिया जाता हैं?
Ans: ज्यादा लोगों को यहां जाने से रोकने के लिए दिल्ली पुलिस इस महल की तरफ जाने वाले रास्ते पर अवरोधक का काम करती है। ऐसा भी कहा जाता है कि जिस जगह पर भूली भटियारी महल (Bhuli Bhatiyari Mehal) का बोर्ड लगा हुआ है वहां किसी प्रकार की बुरी शक्ति रहती है इसी वजह से एक रात के लिए भी यहां कोई भी गार्ड रुकना नहीं चाहते हैं और यदि रुक गए तो अगले दिन गायब हो जाते हैं।
Q: भूली भटियारी महल की कहानी कहा हैं?
Ans: यदि आप नहीं जानते तो बता दें कि एक बार रानी को राजा ने किसी दूसरे इंसान के साथ इश्क करते हुए देखा था। तभी राजा ने रानी को जंगल में कैद कर दिया था और वहीं पर रानी ने अपनी आखिरी सांस ली थी। भूली भटियारी महल के आसपास के निवासियों का कहना है कि रानी ने राजा से बदला लेने की इच्छा को रखते हुए महल में आत्महत्या की थी। इसी वजह से राजा से बदला लेने के लिए आज भी रानी की आत्मा इस महल में भटक रही है। यह आत्मा शाम ढलने के बाद लोगों को नजर भी आती है। लोग कहते हैं यदि शाम होने के बाद कोई भी व्यक्ति इस किले के आसपास भी जाता है तो वह रानी के बदले का शिकार बन जाता है।
Conclusion
दोस्तों हम उम्मीद करते हैं कि भूली भटियारी महल के बारे में आपने सभी जानकारी प्राप्त कर ली होगी। आज की यह पोस्ट आपको कैसी लगी, हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके जरूर बताएं। यदि यह पोस्ट आपको पसंद आए तो इसे अपने दोस्तों के साथ भी जरूर शेयर करें ताकि उन्हें भी भूली भटियारी महल के बारे में रहस्यमई बातें और उसके पीछे का इतिहास पता चल सके।