Black Hole क्या होता है? आपने Black Hole के बारे में कभी न कभी जरूर सुना होगा एवं आप यदि विज्ञान में थोड़ी भी रूचि रखते हैं तो आपको यह जिज्ञासा जरूर होगी कि आखिर black hole होता क्या है? नाम सुनकर तो यह लगता है.कि यह कोई काला गोला होगा, लेकिन आप इसके बारे में पढ़कर चौंक जायेंगे कि यह इतना भयानक होता है कि प्रकाश को भी अपने अन्दर निगल लेता है.
19वीं सदी के पहले तक ब्लैक होल के बारे में कोई नहीं जानता था. जब इसकी पहली बार एक वैज्ञानिक द्वारा ब्लैक होल की थ्योरी दी गयी एवं उसके बाद जब पहली बार इसकी खोज हुई तब ब्लैक होल का रहस्य सुलझा. Read: रतन टाटा के बारे में 15 रोचक तथ्य
यदि आप भी Black hole के बारे में विस्तारपूर्वक जानना चाहते हैं तो आप बिलकुल सही जगह पर हैं क्योंकि आज के इस आर्टिकल में हम आपको ब्लैक होल से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियों के बारे में बताएँगे, जैंसे – Black hole क्या होता है, Black Hole की खोज कब हुई, ब्लैक होल का सिद्धांत कब और किसने दिया, ब्लैक होल कैंसे बनता है, ब्लैक होल कितना बड़ा होता है आदि.
Black Hole क्या होता है (What is Black Hole in Hindi) –
Black Hole एक ऐसी जगह है, जहाँ भौतिक का कोई भी नियम काम नहीं करता है या फिर यह भी कहा जा सकता हैं कि ब्लैक होल में समय और स्थान का कोई भी महत्व नहीं होता है. इसे कृष्ण विवर भी कहा जाता है. यह पूर्ण रूप से अंधकार से भरा हुआ होता है.
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ब्लैक होल पर अत्यधिक प्रभावशाली गुरुत्वाकर्षण बल होता है, जिसके कारण कोई भी वस्तु तीव्रता से ब्लैक होल की तरफ खिंची चली जाती है. यदि कोई भी वस्तु एक बार ब्लैक होल के अंदर चली जाए तो फिर वह उससे दोबारा बाहर नहीं निकल सकती हैं.
इसका गुरुत्वाकर्षण बल इतना शक्तिशाली होता है कि, यह किसी वस्तु को तो अपनी ओर आकर्षित करता ही है साथ में यह प्रकाश को भी अपनी तरफ खींच लेता है.
आप Black Hole को इस तरह से भी समझ सकते है, जैसे मान लिजिये कि हम किसी वस्तु पर torch से प्रकाश डालते है तो प्रकाश की रौशनी reflect होकर हमारी आँखों में पड़ती है तभी वह वस्तु हमे दिखाई देती है, इसी तरह ब्लैक होल में भी होता है. ब्लैक होल को एक काले गोले के रूप में प्रदर्शित किया गया है.
यह माना जाता है कि तारे जब अपने जीवनकाल के अंतिम चरण पर होते है तो वह अन्दर ही अन्दर खुद में सिमटने लगते हैं, तब Black Hole का निर्माण होता है. इसके बाद ब्लैक होल की गुरुत्वाकर्षण शक्ति बढ़ते चले जाती है, जिसके कारण इसके प्रभाव में आने वाले सभी गृह इसकी ओर खिंचकर अंदर चले जाते है.
Black Hole कैंसे बनता है?
तारों में उर्जा Nuclear Fusion से निकलती है. तारों के कोर में हाइड्रोजन fuse होकर हीलियम में, हीलियम fuse होकर कार्बन में और कार्बन fuse होकर नीऑन में जाता है और इसी प्रकार यह क्रिया लगातार आगे बढ़ते रहती है.
एक समय ऐसा भी आ जाता है, जब कोर iron (लोहा) जैसे बड़ा मटेरियल बना लेता है. छोटे – छोटे ब्लैक होल आपस में मिलकर एक बड़े ब्लैक होल का निर्माण करते है.
ब्लैक होल का सिद्धांत कब एवं किसने दिया?
Black Hole की भविष्यवाणी वैज्ञानिक अल्बर्ट आइन्स्टीन ने वर्ष 1916 में पहली बार किया था. उन्होंने गुरुत्वाकर्षण के अपने नए सिद्धांत, सापेक्षता के सामान्य सिद्धांत के आधार पर ही ब्लैक होल के अस्तित्व की भविष्यवाणी की थी.
परन्तु भौतिकविदों ने इससे पहले भी यह कहा था कि, जहां अधिक मात्रा में सारे पदार्थों को एकत्रित किया जाता है वहां पर गुरुत्वाकर्षण बल का आकर्षण होता है.
भौतिकवादों ने कहा कि वस्तुएं इतनी ज्यादा मजबूत हो जाएंगी कि प्रकाश भी उनसे बच नहीं पाएगा. अल्बर्ट आइन्स्टीन के अनुसार, जब तारे जैसी विशाल वस्तुएं अपने चारों तरफ फैले हुए इस बनावट को आकार देती हैं, तो गुरुत्वाकर्षण का वास्तविक रूप बन जाता है.
ब्लैक होल की पहली तस्वीर
Black Hole को पहली बार वर्ष 2019 में इवेंट होराइजन टेलीस्कोप का प्रयोग करते हुए देखा गया एवं साथ ही इसकी picture भी प्राप्त की गई थी. इवेंट होराइजन टेलीस्कोप (EST) radio टेलीस्कोप का एक अंतर्राष्ट्रीय नेटवर्क है.
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Black Hole की copy M87 गैलेक्सी जो कि पृथ्वी से लगभग 55 million प्रकाश वर्ष की दूरी पर स्थित एक अंडाकार गैलेक्सी के केंद्र से प्राप्त की गई है. ब्लैक होल सूर्य के द्रव्यमान का 6.5 अरब गुना है.
ब्लैक होल का आकार कितना होता है?
Black Hole अपनी तरफ आने वाले प्रकाश को अवशोषित करता है, जिसके कारण हमे बिना प्रकाश के कुछ दिखाई नहीं देता है. ब्लैक होल का आकार सूर्य से लगभग 100 गुना बड़ा होता है परन्तु सारे ब्लैक होल का आकार एक समान नहीं होता, कुछ ब्लैक होल का आकार 50 से 100 गुना बड़ा भी होता है.
ब्रम्हांड में कितने ब्लैक होल हैं?
एक अध्ययन में यह पता लगाया गया है कि ब्रम्हांड में 40 अरब अरब तारकीय – द्रव्यमान वाले ब्लैक होल है. ब्रम्हांड में ब्लैक होल की गणना इटली में स्थित SISSA (International School for Advance Studies) एवं उनके सहायककर्ता ट्रिएस्टे के सैद्धांतिक खगोल भौतिक वैज्ञानिक एलेक्स सिसिलिया के द्वारा की गयी थी.
खोज करने वाली Team ने कहा की तारकीय और मध्यवर्ती द्रव्यमान वाले ब्लैक होल सुपरमैसिव Black Hole में कैसे विकसित हो सकते हैं व इसकी बेहतर समझ का मार्ग बताते हैं.
ब्लैक होल धरती से कितनी दूर हैं?
जैंसा कि हमने आपको बताया कि ब्रह्माण्ड में 40 अरब अरब Black Holes हैं एवं सभी की धरती से दूरी एक सामान नहीं होती है. Black Hole की पृथ्वी से दूरी कई हजारों प्रकाश वर्ष की होती है. प्रकाश वर्ष मापन की इकाई है एवं एक प्रकाश वर्ष में 95 ख़रब कि.मी. होते हैं.
ऐस्ट्रोनॉमर्स ने धरती के सबसे ज्यादा करीब एक Black Hole की खोज की थी. यह छोटा सा ब्लैक होल धरती से लगभग 1500 प्रकाश वर्ष की दूरी पर है, जिसे unicorn नाम दिया गया है.
Unicorn ब्लैक होल Monoceros तारा मंडल में स्थित है, जिसका द्रव्यमान सूरज से सिर्फ 3 गुना ज्यादा है. इसकी खोज करने वाले team के leader थरिंडू जयसिंघे ने यह कहा कि यह काफी अनोखा है जिसके कारण इसका नाम unicorn रखा गया था.
ब्लैक होल के अन्दर जाने से क्या होता है?
यदि आप ब्लैक होल के अन्दर जाते है तो एक बार अन्दर जाने के बाद आप वापस बाहर नही निकल सकते या तो आप और भी ज्यादा अन्दर की ओर धसते चले जायेंगे या फिर वहीं जल कर राख हो जायेंगे.
जब कोई बड़ा तारा अपने अंत की तरफ पहुँच जाता है तो वह अपने अंदर ही अंदर सिमटने लगता है, इसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति बढ़ते चले जाती है जिसके कारण ब्लैक होल अपने में सब कुछ निगल जाता है.
Conclusion
जैसा कि हमने इस Article में जाना कि ब्लैक होल क्या होता है, ब्लैक होल कैसे बनता है, ब्लैक होल का सिद्धांत कब और किसने दिया, ब्लैक होल धरती से कितनी दूर है एवं ब्लैक होल के अंदर जाने से क्या होता है और यह कितना शक्तिशाली होता है.
दोस्तों हमने आपको आज के इस आर्टिकल “Black Hole क्या होता है – What is Black Hole in Hindi” में ब्लैक होल के बारे में सारी महत्वपूर्ण जानकारियां प्राप्त करायी हैं. इस आर्टिकल को आप अपने दोस्तों एवं सम्बन्धियों को जरुर शेयर करें और हमारे ब्लॉग को subscribe करना ना भूलें.