Internship क्या है? इंटर्नशिप कैसे कर सकते हैं? क्या इंटर्नशिप करने से जॉब जल्दी मिलती हैं? क्या आप भी इंटर्नशिप को लेकर कन्फ्यूज है? तो आज आप सही जगह पर आए है। आज के इस आर्टिकल में इंटर्नशिप से जुड़ी सारी जानकारी हिंदी में दी गई है।
दोस्तों आज के समय में जब भी हम मार्केट में जॉब के लिए जाते हैं तो ज्यादातर कंपनी हमारे पास एक्सपीरियंस मागती है, की क्या आपके पास पहले से वर्क एक्सपीरियंस है?
आपने अभी-अभी कॉलेज पास किया है तो आपके पास कोई वर्क एक्सपीरियंस तो होगा नहीं! ऐसे में एक अच्छी जॉब पाना थोड़ा मुश्किल हो जाता है। लेकिन इस परेशानी का भी एक हाल है जिसका नाम है इंटर्नशिप
इंटर्नशिप के दौरान आप किसी कम्पनी में एक employees की तरह वर्क करते है और बदले में आपको अनुभव मिलता है और स्किल्स सीखने को मिलता है। कुछ इंटर्नशिप में आपको पैसे भी मिलते है।
तो आइए आज के इस आर्टिकल में इंटर्नशिप के बारे में जानकारी जानते हैं हिंदी में…
Internship क्या है?
इंटर्नशिप के बारे में आसान से शब्दों में बताएं तो, “इंटर्नशिप का मतलब होता है की, अपनी पढ़ाई के बाद work experience के लिए किसी कम्पनी या ऑर्गेनाइजेशन में लिमिटेड टाइम के लिए काम करना, जहां पर स्टूडेंट को ट्रेनिंग दी जाती है।”
आज के समय में ज्यादातर कंपनियां सिर्फ किताबी ज्ञान पर नहीं बल्कि प्रैक्टिकल ज्ञान पर भी फोकस करती है। ऐसे में हर एक स्टूडेंट के पास प्रैक्टिकल ज्ञान होना भी जरूरी है।
जब स्टूडेंट अपनी पढ़ाई पूरी कर लेता है उसके बाद वर्क एक्सपीरियंस के लिए स्टूडेंट अपने फील्ड से जुड़ी किसी कंपनी, ऑर्गेनाइजेशन या non-profit ऑर्गेनाइजेशन में एक इंटर्न के तौर पर जुड़ सकते हैं। जहां पर स्टूडेंट को नई स्किल्स सीखने को मिलती है और प्रैक्टिकल वर्क एक्सपीरियंस भी मिलता है।
जब आप किसी काम में में इंटर्नशिप करते हैं और कंपनी के मालिक को आपका काम अच्छा लगता है, तो आपको उसी कंपनी में जॉब मिलने की संभावना भी बढ़ जाती है।
आज भारत की बात करें तो मेडिकल फील्ड के अलावा इंजीनियरिंग, एमबीए, आईटीआई के बाद भी कई स्टूडेंट इंटर्नशिप करने के लिए जाते है। इसका प्रचलन भी बढ़ा है। सिर्फ इंडिया में ही नहीं बल्कि बाहर के देशों में भी बड़ी कंपनियां ऐसे लोगों को हायर करना चाहती है जिनके पास डिग्री ज्ञान के अलावा काम का अनुभव और स्किल्स भी हो।
तो दोस्त यहां तक आपको इंटर्नशिप के बारे में बेसिक से जानकारी तो मिल चुकी होंगी कि आखिर इंटर्नशिप होती क्या है और आपको क्यों करनी चाहिए? नीचे मैंने इंटर्नशिप के कुछ फायदे बताएं तो आइए जानते हैं…
इंटर्नशिप के फायदे क्या है?
जब आप किसी कंपनी में एक इंटर्न के तौर पर शामिल होते हैं तो उसमें आपको बहुत सारे फायदे मिलते हैं। इसके बारे में नीचे बताया है:
प्रैक्टिकल नॉलेज मिलती है
जब आप किसी कंपनी में इंटर्न के तौर पर शामिल होते तो सबसे बड़ा फायदा आपको यही मिलता है कि “प्रैक्टिकल नॉलेज मिलती है।” आपको प्रैक्टिकल सीखना मिलता है कि कंपनी में कैसा काम होता है बाजार कैसे वर्क करता है? यह सब आपको कॉलेज या इंस्टीट्यूट में सीखने को नही मिलता है।
जॉब पाने में मदद मिलती है
कई कंपनियां होती है जो किसी को जॉब देने से पहले उसके पास एक्सपीरियंस है या नहीं! यह देखना चाहती है और कुछ कंपनियों में आपके पास वर्क एक्सपीरियंस होना जरूरी होता है।
ऐसे में यदि आपने किसी बड़ी कंपनी मैं या फिर इसे पढ़े ऑर्गेनाइजेशन में काम किया है इंटर्नशिप की है तो आप अपने रिज्यूम में इस एक्सपीरियंस को शामिल कर सकते हैं। ऐसे में आपको वर्क एक्सपीरियंस का एक अलग फायदा मिलता है जो किसी और के पास नहीं होता है।
आत्मविश्वास बढ़ता है
जब हम किसी काम को नए सिरे से शुरुआत करते हैं तो उसमें हमें थोड़ा डर रहता है कि यह काम कैसे होगा? लेकिन जब आप उस काम को बार-बार करते आते हैं तो उस काम के प्रति आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है।
ठीक इसी प्रकार से जब आप जॉब में इस प्रकार का वर्क एक्सपीरियंस लेते हैं तो आपका आत्मविश्वास भी बढ़ता है और जब आपके पास खुद पर विश्वास होता है तो आपको आसानी से जॉब हासिल करने में भी मदद मिलती है।
नए दोस्त और नेटवर्क बनता है
जब किसी कंपनी में इंटर्न के तौर पर जाते हैं, तो वहां पर आप अपने फील्ड से जुड़े नए लोगों से मिलते हैं, उनके साथ आप का कनेक्शन बनता है, और यही कनेक्शन आपको आगे बढ़ने में मदद करता है।
जब आप किसी नए लोगों से मिलते हैं तो उनकी मदद से आप किसी और बड़े कंपनी में भी अपनी जगह बना सकते हैं। आपकी फील्ड में जितना बड़ा आपका नेटवर्क होगा, जितने ज्यादा आपके दोस्त होंगे, आपका काम उतना ही आसान होता जाएगा।
इंटर्नशिप कैसे कर सकते हैं?
अब जानते है की इंटर्नशिप कैसे कर सकते है या कैसे कोई स्टूडेंट इंटर्नशिप कर सकता है?
तो यदि आप इंटरनेशिप करना चाहते हैं तो उससे पहले आपको उस इंटर्नशिप से जुड़ी शिक्षा की डिग्री या कोर्स किया होना चाहिए, उसके बाद ही आप किसी भी कम्पनी में या आर्गेनाइजेशन में इंटर्नशिप कर सकते हैं। नीचे मैने अलग अलग तरीके बताए है, जिसकी मदद से आप आसानी से इंटर्नशिप कर सकते हैं।
कॉलेज की मदद से इंटर्नशिप कीजिए
यदि आपने अच्छी कॉलेज से पढ़ाई की है तो आज बहुत से कॉलेज मैं इंटर्नशिप के लिए कंपनियां आती रहती है। इसके अलावा आज के जमाने में तो समर इंटर्नशिप का भी ट्रेंड चलाएं।
- NCERT क्या है? इसका उद्देश्य क्या है?
- B.Ed स्पेशल एजुकेशन कोर्स कैसे करें? बी.एड करने के लिए ये है टॉप कॉलेज
अरे कंपनी चाहती है कि उनके लिए एक अच्छे स्किल्स वाला स्टूडेंट उनके यहां पर हो, इसलिए वे ज्यादातर कॉलेज से ही इंटर्न को hire करते है। इन इंटर्नशिप के दौरान यदि आपका काम उनको अच्छा लगता है तो यही कंपनियां आप को परमानेंट जॉब ऑफर भी प्रोवाइड करती है। तो जब आपके कॉलेज में कंपनियां आती है तो आप उस समर इंटर्नशिप में भाग लेकर इंटर्नशिप पा सकते हैं।
ऑनलाइन जॉब पोर्टल और इंटर्नशिप प्लेटफॉर्म की मदद से
कॉलेज के अलावा आज इंटरनेट पर भी बहुत सारे जॉब पोर्टल और इंटर्नशिप प्लेटफार्म मौजूद है जिसकी मदद से आप आसानी से घर बैठे इंटर्नशिप पा सकते हैं।
बहुत सी कंपनी है जो आज के समय में ऐसे ही ऑनलाइन इंटर्न हायर करती है। Internship.com जैसी बहुत सी इंटर्नशिप ऑनलाइन प्लेटफॉर्म मौजूद थे। जिस पर जाकर आप अपने फील्ड के इंटर्नशिप को पा सकते हैं।
इंटर्नशिप के लिए खुद से कम्पनी को कांटेक्ट कीजिए
इसके अलावा एक और तरीका है जिसमें आप खुद से किसी कंपनी को इंटर्नशिप के लिए कांटेक्ट कीजिए। आप उन्हें कांटेक्ट के दौरान अपना रिज्यूम भेज सकते हैं। यदि उनको आपका रिज्यूम अच्छा लगेगा और उनको जरूरत हैं तो वह आपको इंटर्न के तौर पर इंटर्नशिप दे सकते है।
दोस्तो उपर बताए गए स्टेप को फॉलो करके आप आसानी से इंटर्नशिप को पा सकते हैं। इंटर्नशिप कैसे करें जो जानने के बाद आइए अब इंटर्नशिप के प्रकार के बारे में जानते हैं।
इंटर्नशिप के कितने प्रकार होते है?
इंटर्नशिप के भी अलग-अलग प्रकार होते हैं। नीचे मेरे इंटर्नशिप के अलग-अलग प्रकार के बारे में और उनके बारे में जानकारी दिए तो आइए जानते हैं…
Paid Internships
Paid Internships मुख्य रूप से प्राइवेट सेक्टर में या बड़े आर्गेनाइजेशन में ही ज्यादातर मिलती हैं, जिसके दौरान इंटर्न स्टूडेंट को को काम करने के दौरान सीखने के लिए पेमेंट करने के लिए पैसा भी दिया जाता है।
आज मार्केट में स्टूडेंट को Paid Internships और Un-Paid Internships की ऑफर दी जाती है। जिसमें से ज्यादातर लोग Paid इंटर्नशिप को ही पसंद करते हैं और यह सही चॉइस भी है।
Summer Internships
Summer Internships सबसे ज्यादा पसंदीदा इंटर्नशिप का प्रकार हैं क्योंकि इसमें स्टूडेंट को कम शैक्षणिक अवश्यकता काम चाहिए और अधिक उपलब्धता होती है।
Summer Internships आमतौर पर आठ से बारह सप्ताह तक चलती है और इसे आप फूलो टाइम या पार्ट टाइम भी कर सकते हैं। इस प्रकार की इंटर्नशिप के दौरान आप कम समय में ज्यादा एक्सपीरियंस ले सकते हैं। जिसमें आपको किसी नौकरी या मार्केट में काम करने जैसा एक्सपीरियंस मिलता है।
Nonprofit Internships
Nonprofit Internships इस प्रकार की इंटर्नशिप में आप किसी ऐसे नॉन प्रॉफिट ऑर्गनाइजेशन में वर्क करते हैं जहां पर आपको काम करने के बदले में कोई पैसा नहीं मिलता है।
- कक्षा 12वी के बाद क्या करें? जाने एयर होस्टेस कैसे बनें?
- Best Websites For Video Editing Jobs
- पढ़ाई करने के साथ Part-Time जॉब क्यों है जरूरी? कैसे करें? जाने इसके फ़ायदे
यह इंटर्नशिप paid internship से अलग होती है। इसमें आपका ज्यादातर फोकस सर्विस देने पर ही होता है और ज्यादा से ज्यादा एक्सपीरियंस लेने पर होता है। जब आप नॉनप्रॉफिट इंटर्नशिप पूरी कर लेते हैं तो बदले में आपको अच्छी स्किल सीखने को मिलती है, जिसकी मदद से आप आसानी से बड़ी कंपनी में जॉब पा सकते हैं।
Co-Op (Cooperative Education)
इंटर्नशिप में एक और भी प्रकार होता है जिसका नाम है कोऑपरेटिव एजुकेशन। कोऑपरेटिव एजुकेशन इंटर्नशिप तीन प्रकार की पार्टनरशिप से होती है, एक स्टूडेंट, एक एंप्लॉयर और एक कॉलेज या यूनिवर्सिटी।
इंटर्नशिप और कोऑपरेटिव एजुकेशन में सिर्फ टाइम का ही अंतर होता है। ज्यादातर इंटर्नशिप महीने या 1 साल की होती है लेकिन कोऑपरेटिव एजुकेशन में आपको कम से कम 1 साल से लेकर ज्यादा से ज्यादा समय तक इंटर्नशिप कर सकते हैं। कोऑपरेटिव एजुकेशन इंटर्नशिप में भी आपको ज्यादा से ज्यादा स्किल सिखाने पर फोकस किया जाता है।
Externships
Externships ये भी इंटर्नशिप का ही एक प्रकार है, लेकिन यह इंटर्नशिप से भी कम समय के लिए किया जाता है। Externships में स्टूडेंट को experiential learning opportunities दी जाती है, जो 1 दिन से लेकर कुछ सप्ताह तक की होती है। इस प्रकार की इंटर्नशिप करने से स्टूडेंट की नॉलेज बढ़ती है।
Service Learning
Service Learning इंटर्नशिप का एक प्रकार है, जिसमें कुछ क्राइटेरिया को पूरा करने के बाद ही आप सर्विस लर्निंग इंटर्नशिप कर सकते हैं। सर्विस लर्निंग इंटर्नशिप स्टूडेंट को organized service में काम करने की अनुमति देता है।
Final Conclusion –
दोस्तों आज के इस आर्टिकल में आपने जाना इंटर्नशिप क्या है? इंटर्नशिप कैसे कर सकते हैं? कैसे कोई स्टूडेंट एक अच्छी इंटर्नशिप पा सकता है और इंटर्नशिप के अलग-अलग प्रकार और उनके बारे में जानकारी जानी।
इस आर्टिकल को पढ़ने के बाद अब आपको इंटर्नशिप से जुड़े सभी सवालों के जवाब मिल चुके होगे। फिर भी इंटर्नशिप से जुड़ी कोई जानकारी शामिल करवाना चाहते हैं तो आप नीचे कमेंट बॉक्स में जरूर बताएं। इंटर्नशिप के बारे में जानकारी हिंदी में आर्टिकल को अपने सोशल मीडिया पर शेयर जरूर करे।